भारतीयों को खाने-पीने का बहुत शौक होता है। भारत में हर मौसम में अलग-अलग तरह के पकवानों का स्वाद लिया जाता है। लेकिन सर्दी अलग मामला है। ठंड का मौसम शुरू होते ही खाने का स्वाद भी बदल जाता है। सर्दी का मौसम सिर्फ खाने के लिए ही नहीं बल्कि पाचन के लिए भी अनुकूल होता है। क्योंकि इस मौसम में खाना अच्छे से पच जाता है। यही वजह है कि खाने-पीने के लिए लोग इस मौसम का बेसब्री से इंतजार करते हैं। सर्दियों में सरसों का साग, गाजर का हलवा और मक्के की रोटी जैसी चीजें हर घर में बनाकर खाई जाती हैं।
गाजर का हलवा एक पारंपरिक मिठाई है जो सर्दियों के मौसम में हर घर में बनाई जाती है। गाजर, सूखे मेवे और दूध से बना गाजर का हलवा खाने में बहुत ही स्वादिष्ट होता है।वैसे तो गाजर हर मौसम में मिलती है। लेकिन सर्दियों की गाजर में प्राकृतिक मिठास होती है और रंग भी अच्छा होता है। इसलिए ठंड के मौसम में गाजर का हलवा खाने का अलग ही मजा है। सर्दियों में इस मिठाई का स्वाद चखने के लिए लोग साल भर इंतजार करते हैं।
सर्दी के मौसम में पालक, मेथी, बथुआ जैसी कई तरह की सब्जियां मिलती हैं। लेकिन सरसों का साग सबसे लोकप्रिय है।वैसे यह पंजाब का एक पारंपरिक व्यंजन है जिसे मक्के की रोटी के साथ खाया जाता है।सर्दियों में आप घी और मक्खन के साथ इसका आनंद ले सकते हैं।
सर्दियों में सुबह के नाश्ते से लेकर रात के खाने तक मटर भरवां परांठे खूब बनते हैं।इसे आप अचार या दही के साथ खा सकते हैं।सर्दियों में मिलने वाली ताजी हरी मटर से बना कर इसे खाने का मजा ही कुछ अलग है.