लिथियम-आयन बैटरी बहुत कम समय में चार्ज होगी,जाने कैसे हुआ इसका शोध 

Arti Jha
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इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को उनके आधुनिक रूप में लाने में लिथियम-आयन बैटरी ने बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। इनकी मदद से एक बार चार्ज कर लंबे समय तक डिवाइस को चलाया जा सकता है। धीरे-धीरे बैटरियों की क्षमता में वृद्धि हुई और इसी क्रम में उपकरणों की दक्षता में भी सुधार हुआ। हालाँकि, जैसे-जैसे बैटरियों की क्षमता बढ़ती गई, उन्हें चार्ज करने में लगने वाला समय भी बढ़ता गया। लंबे समय से, शोधकर्ता बैटरी को तेजी से चार्ज करने और उन्हें अधिक टिकाऊ बनाने के तरीकों की तलाश कर रहे हैं। IIT गांधीनगर और जापान एडवांस्ड इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (JAIST) के शोधकर्ताओं ने एक ऐसी तकनीक की खोज की है जो लिथियम-आयन बैटरी को बहुत तेजी से चार्ज करेगी।

वर्तमान में, लिथियम-आयन बैटरी मुख्य रूप से ग्रेफाइट और लिथियम टाइटेनेट का उपयोग एनोड के रूप में करती हैं। ग्रेफाइट एनोड बैटरी अधिक ऊर्जा देने में सक्षम है। इनसे एक इलेक्ट्रिक वाहन को सैकड़ों किलोमीटर तक ले जाया जा सकता है। हालांकि, उनकी कमी यह है कि वे आग से ग्रस्त हैं।लिथियम टाइटेनेट एनोड वाली बैटरियां सुरक्षित होती हैं।  ये बैटरियां जल्दी चार्ज भी होती हैं, लेकिन इनकी क्षमता कम होती है।

शोधकर्ताओं ने टाइटेनियम डाइबोराइड के नैनोशीट से एक विशेष 2डी एनोड सामग्री तैयार की है। इसे एनोड के रूप में इस्तेमाल करने से बैटरी की चार्जिंग तेज हो जाएगी। यह एनोड बैटरी की क्षमता को भी बढ़ाएगा, जिससे बैटरी को बड़े उपकरणों में भी इस्तेमाल किया जा सकेगा। शोधकर्ताओं का कहना है कि टाइटेनियम डाइबोराइड की नैनोशीट बनाने की प्रक्रिया बहुत ही सरल है और यही इसे खास बनाती है। व्यावसायिक रूप से इसकी उपलब्धता आसान होगी।

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