छत्रपति शिवाजी महाराज पर बनी फिल्म ‘हर हर महादेव’ को लेकर विरोध शुरू हो गया है।इतिहास से छेड़छाड़ के आरोप में मराठी फिल्म ‘हर हर महादेव’ के खिलाफ पुणे और ठाणे में विरोध प्रदर्शन हुआ, जिसके बाद फिल्म की स्क्रीनिंग रोक दी गई है।फिल्म ‘हर हर महादेव’ महाराष्ट्र के ठाणे के एक सिनेमाघर में दिखाई जा रही थी, तभी राकांपा नेताओं और उनके समर्थकों ने वहां पहुंचकर फिल्म को रोक दिया और आरोप लगाया कि एनसीपी कार्यकर्ताओं ने फिल्म के दर्शकों के साथ मारपीट भी की।
* शिवाजी महाराज और बाजीप्रभु के बीच युद्ध। जिसे इतिहास से साबित करने की जरूरत है।
*बाजीप्रभु शिवाजी को अफजल खान के बारे में सुझाव देते हुए दिखाई देते हैं, जिससे पता चलता है कि शिवाजी को अपने प्रतिद्वंद्वियों के बारे में कोई जानकारी नहीं थी।
*शिवाजी महाराज का चरित्र-चित्रण भी सही नहीं है।
*’मराठा’ और ‘मराठी’ शब्दों का बार-बार इस्तेमाल किया गया है, जो मराठा संस्कृति संघर्ष पर भी सवाल उठाता है।
*फिल्म में जिस तरह से लोगों की हत्या की गई है वह भी आपत्तिजनक है।
*शिवाजी महाराज ने अफजल खान को अपनी बाहों में ले लिया और फिर उसे मार डाला, जो इतिहास पर भी सवाल खड़ा करता है।
आपको बता दें कि ‘हर हर महादेव’ में बाजीप्रभु के नेतृत्व वाली लड़ाई को दर्शाया गया है, जहां केवल 300 सैनिकों ने लड़ाई लड़ी और 12,000 दुश्मन सेना को जीत लिया। ज़ी स्टूडियो द्वारा निर्मित और अभिजीत देशपांडे द्वारा निर्देशित, फिल्म में सुबोध भावे, शरद केलकर, अमृता खानविलकर और सायली संजीव मुख्य भूमिकाओं में हैं।